चाँद के पार भाग - 17
कॉलेज मे पलक, सिमरन, रवि और समीर चारो दीपिका से बचते फिर रहे थे ज़ब भी उसे आते देखते तो अपनी दिशा ही बदल देते जिससे उन का सामना दीपिका से ना हो जाये,,,,,
उन्होंने उस के लिए जो भी प्लान बनाया था उसने साथ मे रहने से वो सब चौपट हो जाता इस लिए उस से जितना दूर रह सकते थे वो लोग पूरी कोशिश कर रहे थे इस मे वो कामियाब भी हुए किसी का भी सामना दीपिका से नहीं हुआ था तीनो मौका मिलते ही कॉलेज से बाहर निकल गए थे दीपिका के बर्थडे की तैयारीयों के लिए,,,,,
दीपिका क्लास ख़त्म कर के सब को इधर उधर देख रही थी पर उसे कोई हो तो दिखे वो हैरान थी ये देख कर की आखिर ये सब गए कहा मुझे मिल नहीं क्यों रहे वो उन लोगो को कोरिडोर, केंटीन लाइब्रेरी सब जगह देख लिया पर कोई नहीं मिला ,,,,,
दीपिका गुस्से से आग बबूला हो रही थी सुबह से ही उसे पलक, सिमरन, रवि और समीर उसे दिखे ही नहीं वो लोग कॉलेज तो आये थे पर उसे अभी तक मिले भी नहीं थे, वो सोच रही थी! ये सब के सब अचानक से कहाँ चले गए और मुझे विश भी नही किया सुबह से, याद है भी की नही इस सब को, की आज मेरा बर्थडे है दीपिका अपना मुंह बनाते हुए खुद में ही बुदबुदाई ,,,,,,,
आने दो इन सब को अब दिखती हूँ इन को अपना नया अवतार तभी उसे सामने से आता हुआ समीर दिखाई दिया उसे देख कर वो उछल पड़ी इसको तो जरूर मेरा बर्थडे याद ही होगा,,,,,,,
उसने जोर से समीर को आवाज लगाई, समीर,,,,,,,
समीर ने जब सामने देखा तो बोला हे भगवान , आ गई पनौती अब इस से कैसे बचूं अगर मैने इसको विश किया तो पलक मुझे मार देगी, अगर नही किया तो ये मुझे सूली पर चढ़ा देगी, यही पर खड़े खड़े आज तो दोनो में से एक के हाथो तू तो गया समीर,,,,,,,,
समीर की नजरो ने जब दीपिका को देखा तो वो तो उसमे कही खो ही गया! ब्लैक जींस वाइट टॉप कर्ल करे खुले बाल जो हवा के झोले से उसके चेहरे पर आ जा रहे थे कानो में इयरिंग गले में छोटी सी चैन के साथ छोटा सा पेंडल होठों पर पिंक कलर की लिपिस्टिक, आँखो मे काजल जो उसके गोरे रंग को और भी ज़्यादा खूबसूरत बना रही थी,,,,,,
समीर मन मे बोला ये कौन सा मुझे छोड़ देगी "मां कसम" कयामत लग रही है आज वैसे मारू या इस पर, जान तो मेरी ही जायेगी,,,,,,,
समीर अपने दिल को काबू में करता हुआ बोला ,,,,
क्या है छिपकली क्या, "आसमान गिर गया" तुझ पर जो इतनी जोर जोर से अपने गले को दुखा रही है,,,,,,
दीपिका अपने दांत दिखाते हुए मन मे बोली जब तुझ जैसा टाइम बम सामने हो तो आसमान की क्या मजाल जो मुझ पर टूटे बात उसने धीरे से बोली थी,,,,,
समीर बोला ये क्या बड़बड़ाए जा रही हैं खुद में ही थोड़ा जोर से बोल,,,,,,
दीपिका समीर के सर पर मरते हुए बोली तुझे चैन तो किसी में भी नही है न जोर से बोलूं तो दिक्कत धीरे बोलूं तो दिक्कत मै क्या गूंगी बन कर बैठ जाऊं,,,,,,,
समीर हंसते हुए बोला,,, ये ज्यादा सही रहेगा तेरे लिए आई thing so ,,,,
दीपिका तुनकते हुए बोली अच्छा तुझे तो बड़ा सुकून मिलेगा न मेरे चुप रहने से,,,,,,
समीर दिल पर हाथ रखते हुए बोला, अगर ऐसा हुआ न मैं तो सवा किलो का प्रसाद चढूंगा भगवान को,,,,,,
दीपिका की गुस्से से भोए तन गई और वो बोली, अच्छा तो तो मेरा बोलना इतना ही बुरा लगता हैं आज के बाद बोलूंगी ही नही खुश ये कहते हुए वो अपने पैर पटकते हुए वहा से चली गईं,,,,,,,,
समीर बोला sry दीपिका आज के दिन मैंने साले अपने दोस्ती की खातिर तुम्हारा प्यारा सा दिल को दुखाया आज तुम कितनी ख़ुशी के साथ मेरे पास आई थी की मै उसका डर्थडे नहीं भुला होगा पर मैंने क्या किया उसके साथ इतना गलत बोल दिया उस बिचारी का दिल तोड़ दिया मुझे खुद से ही नफरत हो रही है भले ही मैंने उससे कभी कुछ कहा नहीं पर मेरा दिल जानता है की वो क्या है मेरे लिए उसे खुद से ज्यादा??? इतना बोल कर समीर ने दीवार पर अपना हाथ मर दिया,,,,,
उधर दीपिका भी आँखो मे आँसू लिए एक बेंच पर जा कर बैठ गयी और बोली मेरा बोलना उसे आप जहर लगता है अब कभी बात ही नहीं करुँगी उससे क्या समझता है खुद को कही का सुपरस्टार है क्या जो इतना भाव खाता है बन्दर जैसी शक्ल है उसकी और खुद पर इतना घमंड तेरे इस घमंड से ही पानी ना भरवाया ना तो दीपिका नाम नहीं मेरा,,,,,,
कितने अरमानों से वो उस के पास गयी थी वो मुझे विश करेगा विश करना तो दूर मुझे ही जली कटी सुना दी उसने मुझे लगा था की उसके दिल मे मेरे लिए, छी दीपिका कुछ नहीं है उसके लिए समझी ना अब भी संभाल जा नहीं तो तू कही की नहीं रहेगी कोई नहीं है वो तेरा समझी और ये सब बोलते हुए अपने सर पर मरती है कभी कहा है उसने तुझसे नहीं न फिर तू क्यों अपने दिल मे अरमान जगा रही है वो खुद से कहती है रिलेक्स दीपिका रिलेक्स वो अपने दोनों हाथो को ऊपर नीचे करती है लम्बी लम्बी सांसे छोड़ती है!
दीपिका और समीर दोनों ही एक दूसरे को प्यार करते थे पर आज तक कभी कुछ नहीं कहा था दोनों प्यार के सागर मे गोते तो खा रहे थे पर दोनों ही इस बात से अनजान थे दोनों की आँखे तो प्यार की भाषा समझती थी पर दोनों की कभी हिम्मत ही नही हूँ की अपने इस रिश्ते को कोई नाम दे,,,,,,
अब क्या दीपिका कभी समीर से बात नहीं करेंगी या ये गुस्सा एक पल मे ही पानी की तरह बेहतर जायेगा, क्या दीपिका जान पायेगी की समीर की सचाई को क्या दीपिका का बर्थडे मिलकर मानंगे या सब तैयारियां ऐसे ही रह जाएँगी आगे क्या होता है जानने के लिए मिलते है अगले भाग मे,,,,
Aliya खान
Gunjan Kamal
24-Jun-2023 12:05 AM
👏👌
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Shnaya
23-Jun-2023 11:18 PM
V nice
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Varsha_Upadhyay
23-Jun-2023 02:47 PM
शानदार भाग
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